शुक्रवार, 16 दिसंबर 2011

उत्तराखण्ड कांग्रेस सूची में कांट- छांट आज

देहरादून समाचार: उत्तराखण्ड कांग्रेस की स्टेट इलेक्शन कमेटी(एसईसी) अब तक किसी भी नतीजे पर नही पहुँच पाई की विधान सभा चुनाव 2012 के लिए जिताऊ उम्मीदवारों का चयन कैसे करे। पार्टी के सभी नेता हर सीट पर जीत की संभावना वाले दावेदार और उनके दावों का अध्ययन और समीक्षा कर रहे है। प्रयास ये किये जा रहे है की जल्द ही हर सीट से निर्धारित पैनल तैयार केर स्क्रीनिंग कमेटी को सौंप दी जाये। जबकि दिलचस्प बात ये है की अभी तक किसी भी सीट के लिए पैनल तक तय नही हुआ है। सभी को खुश करने के चक्कर में एसईसी ने जिस भी व्यक्ति ने दावा किया, उसी का नाम पैनल में सामिल कर लिया है।


चार बार दिल्ली और हरिद्वार में मैराथन बैठकें कर चुकी कांग्रेस की स्टेट इलेक्शन कमेटी शुक्रवार को फिर दिल्ली का रुख कर दिया।

इलेक्शन कमेटी के चार बार के बेनतीजा मशक्कत का ब्यौरा:
२१ नवम्बर की मीटिंग में बागियों और बड़े अन्तर से हारे मंत्रियों के लिए निति तय की गयी।
३० नवम्बर सिटिंग विधायकों के नाम की सूची हाई कमान को एसईसी ने सौंप दी ।
८ दिसम्बर दिल्ली में चली दो दिनों की बैठक बेनतीजा।
दिसम्बर की १० तारीख हरिद्वार में स्टेट इलेक्शन कमेटी में कांग्रेस के दिग्गज घंटों सर जोड़े बैठे रहे ।
हर विधानसभा पर कांग्रेस टिकट के लिए औसतन १५ से २० दावेदार है। स्टेट इलेक्शन कमेटी के समक्ष यह संख्या ३ से ५ पर लाने की चुनौती है। यदि कल विधानसभा वार पैनल का निर्णय आखिरी हो जाता है तो इसे १७ दिसम्बर को सेंट्रल स्क्रीनिंग कमेटी को सौंप दी जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी चौधरी बिरेन्द्र सिंह ने कहा की अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व ही करेगा।

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